Tuesday, 19 August 2014


देते ज्ञान गीता का *****देखो कृष्ण सुजान
करो कर्म पार्थ तुम ****कर्ता मुझको मान
कर्ता मुझको मान *****छोड़ो मोह पिपाशा 
अपना पराया छोड़ ****लिखो धर्म परिभाषा
कह शांति समुझाय****झूठ के रिश्ते नाते
महासमर कौंतेय***** केवल धर्म निभाते
****************शान्ति पुरोहित *************

2 comments: