Saturday 1 November 2014

गीतिका

सुंदर है वो हाथ 
रहे असहाय साथ
सुंदर है वो हँसी
हो अपनों के साथ
सुंदर वो अहसास
नेह मिठास हो साथ
सुंदर है वो अश्रु
और के गम में साथ
सुंदर है वो दुआए
दुखियो के हो साथ
^^^^^^^^^^^^^^शान्ति पुरोहित

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