Monday, 8 September 2014

बसंत ऋतु 
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कुदरत का तोहफा अनमोल है बसंत ऋतु
ऋतुओ का राजा धरा श्रंगार है बसंत ऋतु
नव कोंपल आगाज पतझर की हुई विदाई
वृक्ष सघन सुमन सौरभ समीरण बसंत ऋतु
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मानव को प्रकृति का अद्भुत उपहार है,
भौरों की गुन-गुन में प्रेम की पुकार है,
सुरभित है धरा और जगत हुआ प्रमुदित
खिल हुई अली-कली ,अनुपम श्रृंगार है !
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शान्ति पुरोहित

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