पिता जी की अमिट यादे | ज्योति कलश
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पिता जी की अमिट यादेPosted on June 16, 2013 by shantipurohitपिता हर हाल मे अपने बच्चो को ख़ुशी देना चाहते है | मेरे पिता के हम ‘आठ, बच्चे थे | एक भाई और हमसात बहने | पिता जी छोटी सी कंपनी मे काम करते थे | जाहिर है तनख्वाह भी कम ही थी | पर हम सब बेटियों का रिश्ता, अपनी हैसियत से ऊँचे लोगो से किये | ज...
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